नव वर्ष की संध्या पर
मचा हुआ हे गोरख धंधा
डांस और मस्ती unlimited
विजातीय साथी होना जरुरी
विज्ञापनों की लहर
अखबारों में ऐसी
लगता हे इस रात की सुबह नही ......
कपल पास का जुगाड़ कीजिये
सवेरे नो दो ग्यारह हो जाइये
उलटबाँसी सूरज की
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*(शब्द व चित्र: अनुराग शर्मा)*
सुबह के सूरज की तो
शान ही अलग है
ऊँचे लम्बे पेड़ों पर
शाम की बुढ़ाती धूप भी
देर तक रहती है मेहरबान
उपेक्षित करके छोटे पौधों...
1 week ago







12 comments:
mast likha hai...
कपल पास का जुगाड़ कीजिये
सवेरे नो दो ग्यारह हो जाइये
बहुत लाजवाब मकरंद सर ! आनन्द आगया !
कहां ले जारहे हो 31st को ? :)
रामराम !
नव वर्ष की संध्या पर
मचा हुआ हे गोरख धंधा
डांस और मस्ती unlimited
विजातीय साथी होना जरुरी
" great... dance but with conditions ha ha ha "
regards
कपल पास का जुगाड़ कीजिये
सवेरे नो दो ग्यारह हो जाइये
क्या कहना .....भाई waah ..... एसा ही होता है क्या
नव वर्ष की संध्या पर
मचा हुआ हे गोरख धंधा
यह गोरख धंधा ही तो इस देश को ले डुबेगा जनाब
बहुत सुंदर लिखा आप ने.
धन्यवाद
बहुत बढ़िया लिखा है आपने .....मस्त हो जाईये इस जशन में ....आपको नववर्ष ही हार्दिक बधाई ~~~~~
नव वर्ष की संध्या पर
मचा हुआ हे गोरख धंधा
संस्कृति के नाम पर "पैसे बनाओ और निकल जाओ" का ही खेल है हर तरफ़!
bahut sahi.....
नववर्ष की हार्दिक मंगलकामनाएँ!
नव वर्ष की आप और आपके समस्त परिवार को शुभकामनाएं....
नीरज
नया साल...नया जोश...नई सोच...नई उमंग...नए सपने...आइये इसी सदभावना से नए साल का स्वागत करें !!! नव वर्ष-२००९ की ढेरों मुबारकवाद !!!
First of All Wish U Very Happy New Year....
Nav varsh par ek sundar rachana...
Regards
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