लोकतंत्र के खंभे पर
ये टेड़े खड़े हो जाते हैं !
जन्म से तो हैं वफादार
पर संगत में बिगड़ जाते हैं !
अब मौसम भी आ रहा है
झुंड के झुंड में नजर आयेंगे !
जिसकी भी स्किल (skill) होगी
वो कर्मवीर पा जायेगा !
कुछ फेयर हैं कुछ लवली
किसकी किस्मत में बन्टी और बबली
ये तो वक्त बताएगा ताऊ !!
पर लोकतंत्र हमेशा मुस्कराएगा
लेखक को जानिये - अनुराग शर्मा के कुछ और साक्षात्कार
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9 जुलाई 2019 को प्रकाशित साक्षात्कार-वार्ताओं की शृंखला में कुछ और विडियो
यहाँ प्रस्तुत हैं।
*विडियो Video*
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*अनुराग शर्मा क...
1 month ago
22 comments:
ये तो वक्त बताएगा ताऊ !!
पर लोकतंत्र हमेशा मुस्कराएगा
बहुत बढिया मकरंद सर !
बेहतरीन लिखा है ! बधाई !
क्या मकरंद जी आप तो बहुत दिनों बाद
दिख रहे है ! भाई ज़रा जल्दी आया करिए !
बहुत बढिया !
कुछ फेयर हैं कुछ लवली
किसकी किस्मत में बन्टी और बबली
ये तो वक्त बताएगा ताऊ !!
पर लोकतंत्र हमेशा मुस्कराएगा
" seen u after a long time, very well written"
Regards
Wah sahab Wah
Mazaa aa gaya
किसकी किस्मत में बन्टी और बबली....
bahut hi badhiyaa aur sahi vishay ka chayan kiya hai......
कुछ फेयर हैं कुछ लवली
किसकी किस्मत में बन्टी और बबली
ये तो वक्त बताएगा ताऊ !!
पर लोकतंत्र हमेशा मुस्कराएगा
sabse pahle to mere blog par aane or tippni karne k liye dhanwad
.aapka blog dekha chunavi mausam to chchha gaya.
अब मौसम भी आ रहा है
झुंड के झुंड में नजर आयेंगे !
जिसकी भी स्किल (skill) होगी
वो कर्मवीर पा जायेगा !
क्या बात है ? बधाई !
बहुत बढ़िया।
बहुत सुंदर, मकरंद भाई!
कुछ फेयर हैं कुछ लवली
किसकी किस्मत में बन्टी और बबली
ये तो वक्त बताएगा ताऊ !!
पर लोकतंत्र हमेशा मुस्कराएगा
बहुत खूब, मकरंद भाई। अच्छा रहा :)
कया बात हे बहुत ही सुन्दर कविता हे,
ये तो वक्त बताएगा ताऊ !!
पर लोकतंत्र हमेशा मुस्कराएगा
धन्यवाद
aapse rubru hokar padhne ka maukaa milaa
makrandji sunder likhaa hai rahi baat roman greek chinese japanese korean ki to aa ko bataan chaahungaa ki vishw men sarvaadhik boli jaane vali bhashaa mendaarin hai bhartiy bhashaaon ka teesra sthaan hai banglaa bhashaa inme alag hai aur 7ve sthaan par hai
हिन्दी चिट्ठाजगत में इस नये चिट्ठे का एवं चिट्ठाकार का हार्दिक स्वागत है.
मेरी कामना है कि यह नया कदम जो आपने उठाया है वह एक बहुत दीर्घ, सफल, एवं आसमान को छूने वाली यात्रा निकले. यह भी मेरी कामना है कि आपके चिट्ठे द्वारा बहुत लोगों को प्रोत्साहन एवं प्रेरणा मिल सके.
हिन्दी चिट्ठाजगत एक स्नेही परिवार है एवं आपको चिट्ठाकारी में किसी भी तरह की मदद की जरूरत पडे तो बहुत से लोग आपकी मदद के लिये तत्पर मिलेंगे.
शुभाशिष !
-- शास्त्री (www.Sarathi.info)
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बस हो गया काम !!
कुछ फेयर हैं कुछ लवली
किसकी किस्मत में बन्टी और बबली
ये तो वक्त बताएगा ताऊ !!
पर लोकतंत्र हमेशा मुस्कराएगा
सुंदर विचार स्वागत है हिन्दी ब्लॉग जगत में निरंतरता बनाए रखें मेरे ब्लॉग पर भी दस्तक दें
सत्य चिंतन, आभार
एवं
स्वागत हिन्दी चिट्ठाजगत में
...
आरंभ
यू ही लिखते रहिये क़तरा-क़तरा
जन्म से तो हैं वफादार
पर संगत में बिगड़ जाते हैं !
क्या खूब!
लिखते रहें
कुछ फेयर हैं कुछ लवली
किसकी किस्मत में बन्टी और बबली
ये तो वक्त बताएगा ताऊ !!
पर लोकतंत्र हमेशा मुस्कराएगा
भाई वाह...ये तो खरी खरी हो गयी
बहुत अच्छी कविता है। बिल्कुल सही लिखा है आपने।
"लोकतंत्र के खंभे पर
ये टेड़े खड़े हो जाते हैं !
जन्म से तो हैं वफादार
पर संगत में बिगड़ जाते हैं !"
वाह, क्या सशक्त अभिव्यक्ति है! लिखते रहें!!
-- शास्त्री
-- हिन्दी एवं हिन्दी चिट्ठाजगत में विकास तभी आयगा जब हम एक परिवार के रूप में कार्य करें. अत: कृपया रोज कम से कम 10 हिन्दी चिट्ठों पर टिप्पणी कर अन्य चिट्ठाकारों को जरूर प्रोत्साहित करें!! (सारथी: http://www.Sarathi.info)
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