हाथी सड़क पर ,
मद मस्त जा रहा था
कुत्ता भोंका,
हाथी को नागवार गुजरा
सूंड में लपेट कर जो
पटकनी दी,
कुत्ते की दुम सीधी हो गयी
कुत्ता माँयुस हो गया ,
बोला तोड़ देते ,
अगर मेरी टांग,
कुछ दिन में ठीक हो जाती
पर आपने ने तो
आदमी बना दिया ................
खिलाते नहीं (हिंदी ग़ज़ल)
-
अनुराग शर्मा अनुराग शर्मा
कदम राजपथ से हटाते नहीं
गली में मेरी अब वे आते नहीं।
कहीं सच में आ ही न जाये कोई
किसी को बेमतलब बुलाते नहीं।
अंधेरे में खुश नाप...
1 week ago
4 comments:
बहुत बढ़िया......."
amitraghat.blogspot.com
शायद, इन जीवों से पूछें तो यही कहें वे! :(
वाकई अफ़्सोसजनक.
रामराम.
हाय!!
बहुत बढ़िया.
वाह मकरंद!!
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