Thursday, August 28, 2008

नैनों टाटा

मेरा पुत्र सबेरे सबेरे गुन गुना रहा था
पप्पु कान्ट डान्स साला
फ़िर अगली पन्क्ति
पटियाला पैग लगा के मैं टल्ली हो गई
मैने पूछा ये क्या बोल रहे हो ?
कहने लगा बालीवुड सान्ग्स हैं
रास्ते मे मेरा मित्र बुद्धु मिला
मैने पूछा तुम्हारे नैनों मे दर्द दिख रहा है दोस्त
कहने लगा ममता का आंचल नैनों को नम कर देता है
इन बंधुओं ने अर्थ-व्यवस्था को टल्ली कर रखा है
राजनैतिक विदुषक रोज नया फ़लसफ़ा ला रहे हैं
लगता है पोलियो के टीके के वितरण मे कहीं भ्रष्टाचार है
जनता जनार्दन डान्स कर रही है
पर मेरा पप्पू जो चाहता भी है
पर कांट डांस


और अन्त मे दुष्यन्त कुमार के शब्द
समाज उनका भी अपराध लिखेगा
जो तटस्थ हैं ।


5 comments:

seema gupta said...

जनता जनार्दन डान्स कर रही है
पर मेरा पप्पू जो चाहता भी है
पर कांट डांस
"ha ha ha ha really enjoyable post, but ek baat to hai na ke papuu cant dance, but papuu knows how to make other dance.."

Regards

योगेन्द्र मौदगिल said...

beshak...
Dushyant g hi nahi aapne bhi sahi kaha hai bandhuwar...
ye TV ye CABLE or susra ye INTERNET pata nahi kya kya dikhayega..
khair....

ताऊ रामपुरिया said...

राजनैतिक विदुषक रोज नया फ़लसफ़ा
ला रहे हैं !
मकरंद सर, बधाई ! क्या राजनीती भी ..?

Pawan Kumar said...

pahli baar aapke blog par aaya. hindi cinema hamari nayee generation ko kya de rahi hai..yeh sochkar dukh hota hai. Accha laga aap nuetral nahi hai .Dushyant ji ko is bahaane yyad karne ka shukriya

राज भाटिय़ा said...

बहुत ही खुब ,पप्पू जी महाराज
धन्यवाद