सांड मुस्कुरा रहे हे
गायें खिल खिला रही हे
आधुनिकता के आड़ में
खेल जारी हे
स्लम डॉग मिलिनेअर की जय हो
पिंक चड्डी की सीमा तय हो
अब तो पिंक स्लिप का जमाना हे
मंदी का गुलाल सब को लगाना हे
गुलज़ार हो गया हिंदुस्तान
पाके इतना बड़ा सम्मान
सिले ओंठ मुस्कुराये
झोंपडी में स्लम कैट नज़र आये