Monday, September 29, 2008

सेंसेक्स गिर रहा हे

सेंसेक्स गिर रहा हे
विश्व बाज़ार में आर्थिक सुनामी
यु स सीनेट में बैल आउट खारिज
टेकनिकली बाज़ार ओवर सोल्ड हे
मैंने सोचा फंडामेंटली क्या हो रहा हे
कुछ तो गणित होगा
तो मेने नया फार्मूला इजाद किया
क्या आप लोग सहमत हे
सेंस समानुपात सेक्स
इसलिए सेंस = के सेक्स
जहाँ के कोंनसटेंट
नॉट वोलाटाइल,
जब सेंस बढ़ता हे
बाज़ार बड़ता हे
और जब सेक्स बड़ता हे
बाज़ार गिरता हे
मार्केट का मूड
बीबी या प्रेमिका जैसा हे
जैसा सोचो होता नही

Sunday, September 28, 2008

फैशन परेड

अब कुत्तों की रैंप पैर
फैशन परेड होगी
डिजाइनर चिंदी लपेटे हसिनाये ,
मुस्कुरायेंगी , ये दूम हिलाएंगे

रैंप पैर डांस भी होगा
जनता से रोमांस भी होगा
कसमे वादे प्यार बफाये
नाटक का मचन होगा

फिर ये सेलेक्ट हो जायेंगे
हसिनायो के साथ रैंप पैर आयेंगे
और हम जीभ निकाल, नगे,
दुम हिलाते नज़र आयेंगे

Saturday, September 27, 2008

सियार

दिल का जीर्णओधार कराना

होगा कम्भखत पसीजता ही नही ,

मासूमो की मोंत ,

अब सिर्फ़ ख़बर हो गई

तंत्र नगर वधुओ के हवाले

हमे शर्म नही आती

सुबह की चाय

पेपर की चुस्की

मोंत का तांडव

लोकतंत्र के पॉँच पांडव

ये डरपोक हे,

सियार,

अब शहर आने लगे हे

कृष्ण का सुदर्शन

अब जरुरी हे

उठो मिटा दो

नोक -झोख

पति ने पत्नी से कहा ,
स्वस्थ रहेने के लिए
सुबह, टहला करो पार्क में,
पत्नी बोली
तुम मत बहकाना,
डार्क में,
पति ने कहा,
वादा रहा सनम,
पत्नी
नही जी पाएंगे हम,
नोक -झोख में जिंदगी,
यु ही गुजरती हे
,तुम काले कोट को,
पैमाना मत बनाओ
बिखेर तिनको को समेटो,
घोंसला बनाओ

Thursday, September 25, 2008

मोर्निंग वाक

कामायनी ,

गज गामिनी,

कपोल हंसिनी,

अधरों पर अरुणिमा ,

संग में काला कलूटा.

हमने पुछा,

मोर्निंग वाक कर रही हैं ?

वो मुस्कुराया ,

आदमी की जात

हमसे भी बदतर हे,

ये हसीनाओं के पीछे

और हसीनाएं हमारे पीछे घुमती हैं

Wednesday, September 24, 2008

लड़का या लड़की .

किराये की कोख उपलब्ध हे,
पाश इलाके में फ्री
गरीब बस्तियों में प्रीमियम लगेगा,
नीचे लिखा था शर्तें लागु .
विज्ञापन देख हमारा माथा ठनका ,
हमने तुरुंत, ब्रोकर को फ़ोन लगाया ,
वो बोला ,क्या सेवा चाहेए
हमने कहा जब फ्री में उपलब्ध हे , प्रीमियम कोंन देगा .....
उधर से आवाज़
आई विज्ञापन पूरा नही पढ़ा ,
शर्तें लागु हे ....
पाश इलाके में नो माह
बाद चैक मिलेगा,
और प्रीमियम में,

लड़का या लड़की .

Monday, September 22, 2008

आतंकवादी

एक आतंकवादी मुझसे टकराया
ना वो फ़ुटा
ना मेरा जीवन से
नाता छूटा

कंधे पर हाथ रख हमने पूछा
मुख्य धारा मे आ रहे हो ?
बोला-
हम दल बदलू नही हैं

इस बार की गलती माफ़
अगली बार आपका पत्ता साफ़
शायद परचेज डिपार्टमेन्ट मे कुछ गड बड है
केरोसीन

ओपन मार्केट की जगह
राशन की दुकान से आया है !

Thursday, September 18, 2008

चुनाव

लोकतंत्र के खंभे पर
ये टेड़े खड़े हो जाते हैं !
जन्म से तो हैं वफादार
पर संगत में बिगड़ जाते हैं !

अब मौसम भी रहा है
झुंड के झुंड में नजर आयेंगे !
जिसकी भी स्किल (skill) होगी
वो कर्मवीर पा जायेगा !

कुछ फेयर हैं कुछ लवली
किसकी किस्मत में बन्टी और बबली
ये तो वक्त बताएगा ताऊ !!
पर लोकतंत्र हमेशा मुस्कराएगा

Monday, September 1, 2008

बेहाल

वर्तमान बेहाल

भूत के कमाल

भविष्य विकराल

लोकतांत्रिक धमाल


वनों से पेड़ हाफ

बाढ़ से कई गाँव साफ़

गीले हैं लिहाफ

मंगाई का ग्राफ


वातानुकूलित कमरों का कमाल

कहीं हर्ष कहीं कर्फ्यू

भूमि वही

सिर्फ़ रक्त सिंचित